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  • Writer's pictureSachin G

आवारा

तेरा दूर जाना गवारा नहीं लगता

तेरे बिना कोई शख़्स हमारा नहीं लगता

.

यूँ तो समुन्दर में बहता जा रहा हूँ खामखाँ में

किनारे होते हुए भी किनारा नहीं लगता

.

माँगता हूँ खुदा से जुदा ना हों हम

एक सिर्फ़ तेरे बिना यहाँ किसी का सहारा नहीं लगता

.

मैं लौट आऊँगा हर उस मंजर से जाना

बिना तेरे जहाँ रहना गवारा नहीं लगता

.

वैसे तो घूमता हूँ अक्सर दोस्तों में मैं

तेरे साथ रहता हूँ , सबको आवारा नहीं लगता

.

सबको आवारा नहीं लगता


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