महकना सीखा है तुमसे
महकता ही जाऊँगा
एक तेरा दर छोड़ कर
भला मैं किधर जाऊँगा
एक रौशनी सी हो तुम
मुश्किलों में पला मैं
अगर तुम मिल जाओ
इस अंधेरे से बिछड़ जाऊँगा
एक तेरा दर छोड़ कर
भला मैं किधर जाऊँगा
आँख में भर लो मुझे
मान कर मेरी बात
देखना धीरे धीरे
दिल में उतर जाऊँगा
एक तेरा दर छोड़ कर
भला मैं किधर जाऊँगा
नहीं जाऊँगा दूर कभी
उम्र भर रह जाऊँगा
आइना जो बन जाओ अगर
तो अक्ष मैं हो जाऊँगा
एक तेरा दर छोड़ कर
भला मैं किधर जाऊँगा
पहले टूटा है ये दिल
कइयों ने लूटा है ये दिल
तुमसे बिछड़ूँगा तो मर जाऊँगा
तुमसे बिछड़ूँगा तो मर जाऊँगा
एक तेरा दर छोड़ कर
भला मैं किधर जाऊँगा